कवि कहता है
श्रेष्ठ कविता कभी नहीं लिखी जाती
इस उम्मीद के साथ कि वो
कभी न कभी लिखी जाएगी
जब कवि अचानक से
ख़ामोश हो दूर चला जाता है
कविता कवि का पीछा करती है
श्रेष्ठ होने के लिए
कागज़ पर उतरने के लिए
वह हमेशा इंतज़ार करेगी
ऐसे कवि का
जो कहता रहा है
श्रेष्ठ कविता कभी नहीं लिखी जाती।
◆ सीमा बंगवाल
वाह!बहुत सुंदर सृजन।
ReplyDeleteसादर
जी नमस्ते ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (१९-०६-२०२१) को 'नेह'(चर्चा अंक- ४१००) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर
क्या बात कही है । बहुत खूब
ReplyDeleteबहुत सही कहा. सुन्दर भाव. बधाई।
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