कवि कहता है
श्रेष्ठ कविता कभी नहीं लिखी जाती
इस उम्मीद के साथ कि वो
कभी न कभी लिखी जाएगी
जब कवि अचानक से
ख़ामोश हो दूर चला जाता है
कविता कवि का पीछा करती है
श्रेष्ठ होने के लिए
कागज़ पर उतरने के लिए
वह हमेशा इंतज़ार करेगी
ऐसे कवि का
जो कहता रहा है
श्रेष्ठ कविता कभी नहीं लिखी जाती।
◆ सीमा बंगवाल